श्री हनुमान चालीसा
श्री हनुमान चालीसा
दोहा
श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मन मुकुर सुधार ।
बरनौ रघुवर बिमल जसु , जो दायक फल चारि ॥
बुद्धिहीनतनु जानि के , सुमिरौ...
श्री दुर्गा चालीसा
श्री दुर्गा चालीसा
ॐ सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके ।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते ॥
चौपाई
नमो नमो दुर्गे सुखकरनी । नमो नमो अम्बे दुःख हरनी ॥
निरंकार है...
ज्ञान और भक्ति में अंतर
ज्ञान और भक्ति में अंतर
ज्ञान एक दीपक की भाँति है और भक्ति एक मणि के सामान हैं। दोनों में ज्योंति है, इसलिए दोनों अँधेरे...