शिकायत से कुछ नहीं बदलता, कोशिश करनी चाहिए Nothing changes by complaining, one must try
किसी गांव में एक बुजुर्ग बुद्धिमान व्यक्ति रहता था। लोग दूर-दूर से उसके पास अपनी समस्याओं का हल पूछने आते थे। लेकिन एक अजीब बात यह थी कि अधिकतर लोग बार-बार वही पुरानी समस्याओं की शिकायत लेकर आते रहते थे। यह सिलसिला दिनों-दिन बढ़ता जा रहा था, और लोग अपने जीवन की मुश्किलों के बारे में बार-बार रोते रहते थे।
एक दिन, बुजुर्ग ने सोचा कि इन लोगों को एक महत्वपूर्ण सीख दी जाए। वह मुस्कुराया और सभी को बुलाकर बैठाया। जब सभी लोग एकत्रित हो गए, तो बुजुर्ग ने एक मजेदार चुटकुला सुनाया। चुटकुला सुनते ही सभी लोग जोर-जोर से हंसने लगे। पूरा माहौल खुशियों से भर गया।
कुछ मिनटों बाद, बुजुर्ग ने वही चुटकुला फिर से सुनाया। इस बार केवल कुछ ही लोग हल्की मुस्कान के साथ हंसे। बाकी लोग शांत थे, लेकिन ध्यान से उसे सुन रहे थे।
फिर बुजुर्ग ने तीसरी बार वही चुटकुला सुनाया। अब किसी ने न तो हंसा और न ही मुस्कुराया। सभी लोग एक-दूसरे की ओर हैरानी से देखने लगे, जैसे सोच रहे हों, “अब यह चुटकुला बार-बार क्यों सुनाया जा रहा है?”
बुजुर्ग ने उनकी ओर देखा और मुस्कुराते हुए कहा, “देखो, तुम एक ही चुटकुले पर बार-बार हंस नहीं सकते, है ना? तो फिर तुम बार-बार एक ही समस्या पर क्यों रोते रहते हो?”
सभी लोग एकदम चुप हो गए। उन्हें समझ में आ गया कि बुजुर्ग क्या कहना चाह रहा था।
बुजुर्ग ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, “समस्याएँ जीवन का हिस्सा हैं। अगर तुम एक ही समस्या पर बार-बार रोओगे, तो उससे कुछ भी नहीं बदलेगा। अगर तुम बार-बार उसी समस्या के बारे में सोचते रहोगे, तो न तो उसका समाधान मिलेगा और न ही तुम खुश रह पाओगे। अगर तुम सचमुच अपनी परेशानी से छुटकारा पाना चाहते हो, तो तुम्हें प्रयास करना होगा। अपने समय को शिकायत करने में मत गवाओ, उसे समस्या का हल ढूंढने में लगाओ।”
बुजुर्ग की यह बात लोगों के दिलों में उतर गई। वे समझ गए कि समस्या चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अगर हम केवल शिकायत करते रहेंगे, तो हम जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में शिकायत करने से कुछ भी नहीं बदलता। हर समस्या का हल हमारे हाथ में होता है, बस हमें कोशिश करनी होती है और सही दिशा में कदम बढ़ाने होते हैं। समय की बर्बादी से कुछ नहीं मिलता, बल्कि कोशिश और परिश्रम से ही जीवन में बदलाव आता है।