दूरदर्शी सोच A Motivational Story in Hindi

दूरदर्शी सोच Best Motivational story in Hindi

दूरदर्शी सोच Motivational Story in hindi

एक गाँव में रघू और विजू नाम के दो दोस्त रहते थे। उनका गांव एक पहाड़ी के बगल में स्थित था। उस गांव में पानी का कोई साधन नहीं था। पानी लेने के लिए पहाडी के दूसरी तरफ घूमकर पथरीले रास्ते से होकर एक झील से लाना पड़ता था। परन्तु यह सब के लिए आसान नहीं था। पथरीले रास्तो पर चलकर झील से पानी लाना बहुत कठिन कार्य था।

रघू और विजू के पास कोई काम धंधा नहीं था। उनके मन में एक विचार आया कि क्यों न गांव में पानी भरकर पहुंचाया जाय और उसके बदले में कुछ मेहनताना लिया जाय। जिससे उन्हें काम भी मिल जायेगा और गांव वालो को पानी भी मिल जायेगा।

रघू और विजू दोनो बाल्टी से पानी भरकर गांव वालो को देते बदले में प्रति बाल्टी के एक रूपये लेते। गांव वालो को भी उनकी कीमत अदा करने में कोई परेशानी नहीं थी। रघू और विजू दोनों दिनभर गांव के लोगो के लिए बाल्टी से झील लाकर पानी भरते बदले में उन्हें जो भी पैसा मिलता उससे वे अपना गुजारा करते।

वक्त गुजरता गया। इन दोनों के पास धीरे धीरे काफी पैसे इकट्ठे हो गए थे। विजू ने अपने पैसे से एक घर बना लिया और घर की सजवाट आदि में अपना पैसा खर्च कर दिया। और रोज की जो कमाई होती उससे ऐश की जिंदगी गुजारने लगा।

रघू ने अपने कमाये  पैसे से कोई मकान नहीं बनाया। न ही उन्हें अपने शौक पूरे करने में खर्च किया। उसके मन में एक विचार आया। उसने अपने पैसे से झील से लेकर  गांव तक एक पाइप बिछाने की सोची।

हालाँकि रघू ने यह आइडिया विजू को भी बताया था। परन्तु विजू को यह विचार पसंद नहीं आया था। उलटे उसने रघू को ऐसा करने से भी मना किया था। उसने कहा यह पागलपन है कि इतनी मेहनत से कमाएं गए पैसे को पाइप बिछाने में खर्च कर दिया जाये।

रघू एक दूरदर्शी सोच रखने वाला व्यक्ति था। वह हमेंशा दूर की सोचता था। रघू ने विजू के मना करने के बाद, अकेले ही अपने कमाए पैसे से पाइप बिछाना शुरू कर दिया। रघू दिनभर गांव वालो के लिए बाल्टी से पानी भरता और शाम के वक्त पाइप बिछाने का कार्य करता।

विजू पानी भरने के बाद शाम को आराम से अपने घर में जाता और खा-पीकर ऐश करता। परन्तु रघू अपने काम में लगा रहता था।

रघू को पाइप लगाते देख विजू कई बार उसका मजाक भी उडाता और उसे अपने पैसे को बेकार में गवां देने की बात कहता। और यह कहता की यह पाइप बिछाने का काम सफल नहीं होगा। इस पर रघू उसे कोई जबाब न देकर सिर्फ मुस्कुरा देता था।

समय बीतता गया। आखिर वो दिन आ ही गया जब रघू झील से लेकर गांव तक पाइप बिछाने में कामयाब हो गया। अब रघू को बाल्टी से पानी ढोने की जरुरत नहीं थी। अब सिर्फ वह बैठकर नल खोलकर गांव वालो की पानी की बाल्टी एक रूपये के बजाय पचास पैसे में ही भरने लगा।

सस्ता होने के कारण सारे गांव वाले रघू से ही पानी लेने लगे। दाम आधा होने के वावजूद भी अब रघू की कमाई पहले से भी ज्यादा हो रही थी। क्योंकि पानी पहले के मुकाबले ज्यादा बिकने लगा था।

विजू आज भी बाल्टी से ही पानी धोता था। परन्तु रघू के पाइप लगाने और दाम आधे होने के कारण गांव का कोई भी व्यक्ति विजू से पानी नहीं लेता था। अब विजू का काम बंद हो गया था। अगर विजू आधे दाम पर पानी बेचता तो उसे बहुत ज्यादा मेहनत करना पड़ता।

रघु की कमाई पहले से अधिक हो गयी थी। अब रघू ने एक बढ़िया सा घर बनाया जो विजू के  घर से ज्यादा सुन्दर और बड़ा था। बिना मेहनत के और पहले से भी ज्यादा कमाई से रघू बहुत खुश था।

एक दिन विजू उदास मन से रघु के पास आया। रघू उसे देखते ही समझ गया कि विजू उसके पास क्यों आया है। विजू के बोलने से पहले ही रघू ने उसे अपने नल पर नौकरी करने की बात कही। विजू की आँखें भर आयी। और वह अपनी कही हुई बातों के लिए बहुत शर्मिदा था।

रघू ने कहा – तुम मेरे मित्र हो और मुझे तुम्हारी किसी बात का कोई मलाल नहीं है। एक बात जरूर कहूंगा कि इंसान को दूरदर्शी होना चाहिए।

जो तुम काम कर रहे थे वह तुम्हारी सक्रिय आय(active income ) थी। जो तब तक ही थी तब तक तुम काम कर रहे थे। और इसलिए मैं उस सक्रिय आय के साथ साथ एक निष्क्रिय आमदनी(Passive Income) का जरिया बनाने लगा था। जिसमे आज मैं सफल हो गया। अब अगर मैं काम न भी करूँ तो भी मुझे आमदनी आती रहेगी।

विजू , रघू के नल पर नौकरी करने लगा। दिनभर गांव वालो की बाल्टियां भरता और हिसाब- किताब करता। और रघू अपने घर पर बैठे बैठे आमदनी कर रहा था और जीवन का आनंद ले रहा था। अब रघू बहुत संपन्न होने लगा था। काम तो करना नहीं था। आमदनी आ रही थी। उसकी जिंदगी मौज में कटने लगी थी।

शिक्षा -कभी भी व्यक्ति को एक आमदनी के भरोसे नहीं रहना चाहिए। और न ही आज जो कमाई है, हमेशा होती रहेगी, यह सोचकर उसे ऐश में उड़ाना चाहिए। इंसान को दूरदर्शी सोच वाला होना चाहिए। सक्रिय आमदनी के साथ साथ आपको निष्क्रिय आमदनी के बारे में भी जरूर सोचना चाहिए। क्योंकि अगर आप एक ही आमदनी के भरोसे हैं तो आप कभी भी गरीब हो सकते हैं।

 

आशा है कहानी दूरदर्शी सोच की यह प्रेरणादायक कहानी आपको अवश्य पसंद आयी होगी 

 

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निष्क्रिय आय(Passive Income ) क्या होती है

 

 

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