व्यापारी और नाई Hindi Kahaniyan

व्यापारी और नाई Hindi Kahaniyan

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व्यापारी और नाई Hindi Kahaniyan

बहुत समय पहले पहले की बात है, एक गांव में एक व्यवसायी रहता था ,वह बहुत धनवान था, उसके पास किसी भी चीज की कोई कमी नही थी । लोग उसका बहुत सम्मान करते थे । एक बार उस व्यापारी के व्यवसाय में बहुत ज्यादा घाटा होने लगा। और यह घाटा धीरे धीरे बढते बढ़ते इतना ज्यादा हो गया की उसे अपना सब कुछ खोना पड़ गया।

एक दिन की बात है वह अपने घर में सो रहा था और उसे एक सपना आया । सपने में उसे एक ब्राह्मण दिखाई दिया, उस ब्राम्हण ने व्यापारी से बोला – जब कल जब मै  तुम्हारे घर पर भिक्षा माँगने आऊ तो तुम मेरे सिर पर लकड़ी से मारना, तुम्हारे मारते  ही मै एक  सोने के कलश में परिवर्तित हो जाऊँगा । इतना कह कर वह ब्राम्हण गायब हो गया।

सुबह व्यवसायी अपने घर के अंदर बैठा था तभी कोई दरवाजा खटखटाता है । उसने दरवाजा खोला तो एक नाई आया, जिसे व्यापारी ने एक दिन पहले बुलाया था अपनी दाढ़ी बनवाने के लिए। नाई अंदर आया और व्यापारी की दाढ़ी बनाने लगा। कुछ देर बाद फिर कोई दरवाजा खटखटाता है, व्यवसायी ने दरवाजा खोला, तो सामने एक ब्रामण खड़ा दिखाई दिया।  उस ब्राम्हण को देखकर व्यवसायी को अपना सपना याद आ गया और व्यापारी ने एक लकड़ी से ब्राम्हण के सिर पर मार दिया, सिर  पर मारते ही ब्राम्हण सोने के कलश में बदल गया। यह सब वह नाई देख रहा था।

व्यवसायी ने नाई से उस बात को किसी और को बताने से मना किया, नाई ने यह आश्वासन दिया की वह किसी को भी इस बात के बारे में नहीं बताएगा।

नाई अपने घर गया और सोचने लगा कि अगर सिर पर लकड़ी से मारने पर ब्राम्हण कलश में बदल जाते हैं तो क्यों न मैं भी धनी बन जाऊ। ऐसा सोचकर वह एक मंदिर में गया और सभी ब्राम्हणों को अपने घर पर भोजन का निमंत्रण दे दिया।

निमंत्रण वाले दिन वह अपने घर के द्धार के पीछे छिप गया और हाथ में एक लकड़ी लेकर कर बैठ गया। और जब  ब्राम्ह्जन घर में प्रवेश करने लगे तो वह सभी को उस लकड़ी से मारने लगा। सभी ब्राम्हण जोर जोर से चिल्लाने लगे और उनकी आवाज सुनकर, उसी तरफ से जा रहे पुलिस वाले वहाँ आ गए और नाई  को पकड़ लिया। सारे ब्राम्हण वहां से भाग गए।

पुलिस वालों के पूछताछ करने पर कि वह ब्राम्हणों को क्यों मार रहा था, डर के मारे नाई ने सब कुछ सच सच बता दिया। इस बीच वह व्यवसायी वहां से गुजरा तो उसने भीड़ देखी, पास गया तो उसे सारी कहानी पता चल गयी। फिर व्यापारी ने पुलिस  को एक एक करके पूरी कहानी बताई। पुलिस वालो ने नाई को हिदायत देकर छोड़ दिया। व्यवसायी मुस्कुराता हुआ अपने घर ओर चल पड़ा।

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