अकबर बीरबल की कहानियां – सबसे बड़ा कौन है ?

अकबर बीरबल की कहानियां – सबसे बड़ा कौन है ?

अकबर बीरबल की कहानियां - सबसे बड़ा कौन है ? gyanhans

अकबर बीरबल की कहानियां – सबसे बड़ा कौन है ?

बादशाह अकबर को अपने शाही बगीचों से बहुत प्यार था और खाली समय के दौरान वह अपने बगीचों में टहलना पसंद करते थे। इसी तरह, एक दिनबादशाह अकबर और बीरबल अपने शाही बागों में टहल रहे थे। उनकी चर्चा का विषय था-अकबर की हाल की विजय; सभी क्षेत्रों और पड़ोसी राज्यों को अकबर ने जीत लिया था। क्या आप जानते हैं – अकबर पूरे उत्तर भारत पर शासन करना चाहता था। क्यों – क्योंकि वह खुद को उत्तरी भारत के सर्वोच्च स्वामी के रूप में स्थापित करना चाहता थे।

कहानी पर वापस आते हैं – बगीचों में घूमते समय, बादशाह अकबर के दिमाग में एक सवाल आया और उन्होंने बीरबल से पूछा, “बीरबल सबसे बड़ा कौन है ?” बीरबल समझ गए कि अकबर चाहते थे कि बीरबल अपने हाल के विजेताओं के बारे में बात करें और उनके काम की प्रशंसा करें।

बीरबल ने तुरंत उत्तर दिया, “बादशाह, एक बच्चा सबसे बड़ा है”।

बादशाह अकबर उनके जवाब से खुश नहीं हुए और उन्होंने बीरबल से अपनी बात साबित करने को कहा। बीरबल जानते थे कि सम्राट खुश नहीं थे और उन्होंने अपनी बात साबित करने के लिए अगले 48 घंटे मांगे। अकबर ने बीरबल को माँगा हुआ वक्त दिया।

अपनी बात को साबित करने के लिए बीरबल ने अपने एक मित्र से सहायता मांगी। उनके दोस्त का एक प्यारा सा बेटा था जो 2 साल का था और बीरबल उस बच्चे को महल में ले जाना चाहते थे। उसका दोस्त मान गया और बीरबल बच्चे को दरबार में ले आये। बादशाह अपने दरबार में इस तरह के एक प्यारे बच्चे को देखकर खुश हुए और उन्होंने बीरबल को बच्चे को अपने पास लाने के लिए कहा।

अकबर ने बच्चे को ले लिया और उसे अपनी गोद में बिठा लिया। उस छोटे से बच्चे ने बादशाह अकबर को उसकी सारी चिंताओं को भुला दिया और बादशाह इस प्यारे छोटे बच्चे के साथ एक अद्भुत समय बिता रहे थे। खेलते-खेलते अचानक बच्चे ने बादशाह की मूछें खींच लीं, बादशाह को बहुत गुस्सा आया। वह दर्द से चिल्लाये, “बीरबल, तुम इस दुष्ट बच्चे को मेरे दरबार में क्यों लाए? क्या वह मेरे बारे में जानता नहीं है? उसे तुरन्त ले जाओ, नहीं तो मैं उसे दण्ड दूँगा।”

बीरबल ने सोचा कि यह अपनी बात साबित करने का सही समय है। उन्होंने कहा, “जहाँ पनाह, इस समय यह बच्चा आपसे बड़ा है। अगर ऐसा नहीं होता तो यह प्यारा सा बच्चा आपकी मूंछ खींचने की हिम्मत कैसे कर सकता था। अगर उसकी जगह पर कोई और आपको चोट पहुँचाने की हिम्मत करता, तो वह ज़िंदा नहीं खड़ा होता। किसी में भी हमारे बादशाह को चोट पहुंचाने की हिम्मत नहीं है।” बीरबल की बात सुनकर अकबर हतप्रभ रह गए और समझ गए कि बीरबल ने जो भी कहा वह सच था। इतना ही नहीं वह बच्चा जीवित था बल्कि वह मुस्कुरा रहा था और कुछ शब्द बुदबुदाते इधर उधर रहा था।

बीरबल ने एक बार फिर बड़ी चतुराई से अपनी बात साबित की थी। बीरबल की बात सुनकर बादशाह अकबर शांत हो गए थे, उन्होंने नन्हे-मुन्ने को गले लगाया और बीरबल की तारीफ की।

इसे पढ़ें –

स्वर्ग का रास्ता 

मोम का शेर 

अकबर के सवाल 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here