Monday, December 22, 2025

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श्री हनुमान चालीसा | Hanuman Chalisa in Hindi

श्री हनुमान चालीसा का महत्व और इसके लाभ

श्री हनुमान चालीसा एक प्रसिद्ध हिंदू भक्ति गीत है, जो भगवान हनुमान की महिमा और उनकी शक्तियों का वर्णन करता है। यह चालीसा विशेष रूप से उन भक्तों द्वारा पढ़ा जाता है, जो मानसिक शांति, संकटों से मुक्ति और भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं। इस चालीसा का पाठ नियमित रूप से करने से न केवल जीवन की परेशानियों से राहत मिलती है, बल्कि आत्मबल भी मजबूत होता है।

हनुमान जी को भगवान श्रीराम के परम भक्त और संकटों को दूर करने वाले रूप में पूजा जाता है। उनकी पूजा में हनुमान चालीसा का पाठ विशेष रूप से महत्व रखता है। यह 40 चौपाइयों का संग्रह है, जो हनुमान जी के अद्वितीय गुणों को उजागर करता है और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करता है।

श्री हनुमान चालीसा  hanuman chalisa hindi

दोहा
श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मन मुकुर सुधार ।
बरनौ रघुवर बिमल जसु , जो दायक फल चारि ॥
बुद्धिहीनतनु जानि के , सुमिरौ पवन कुमार ।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार ॥

 

चौपाई

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिंहु लोक उजागर ॥
रामदूत अतुलित बल धामा । अंजनि पुत्र पवन सुत नामा ॥
महाबीरबिक्रम बजरंगी । कुमति निवार सुमति के संगी ॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा । कान्हन कुण्डल कुंचित केसा ॥
हाथब्रज औ ध्वजा विराजे । कान्धे मूंज जनेऊ साजे ॥
शंकर सुवन केसरी नन्दन । तेज प्रताप महा जग बन्दन ॥
विद्यावानगुनी अति चातुर । राम काज करिबे को आतुर ॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया । रामलखन सीता मन बसिया ॥
सूक्ष्मरूप धरि सियंहि दिखावा । बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥
भीम रूप धरि असुर संहारे । रामचन्द्र के काज सवारे ॥
लाय सजीवन लखन जियाये । श्री रघुबीर हरषि उर लाये ॥
रघुपति कीन्हि बहुत बड़ाई । तुम मम प्रिय भरत सम भाई ॥
सहसबदन तुम्हरो जस गावें । अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावें ॥
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा । नारद सारद सहित अहीसा ॥
जमकुबेर दिगपाल जहाँ ते । कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा । राम मिलाय राज पद दीन्हा ॥
तुम्हरोमन्त्र विभीषन माना । लंकेश्वर भये सब जग जाना ॥
जुग सहस्त्र जोजन पर भानु । लील्यो ताहि मधुर फल जानु ॥
प्रभुमुद्रिका मेलि मुख मांहीं । जलधि लाँघ गये अचरज नाहीं ॥
दुर्गम काज जगत के जेते । सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥
रामदुवारे तुम रखवारे । होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥
सब सुख लहे तुम्हारी सरना । तुम रक्षक काहें को डरना ॥
आपनतेज सम्हारो आपे । तीनों लोक हाँक ते काँपे ॥
भूत पिशाच निकट नहीं आवें । महाबीर जब नाम सुनावें ॥
नासै रोग हरे सब पीरा । जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥
संकट ते हनुमान छुड़ावें । मन क्रम बचन ध्यान जो लावें ॥
सबपर राम तपस्वी राजा । तिनके काज सकल तुम साजा ॥
और मनोरथ जो कोई लावे । सोई अमित जीवन फल पावे ॥
चारोंजुग परताप तुम्हारा । है परसिद्ध जगत उजियारा ॥
साधु संत के तुम रखवारे ॥ असुर निकंदन राम दुलारे ॥
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता । अस बर दीन्ह जानकी माता ॥
राम रसायन तुम्हरे पासा । सदा रहो रघुपति के दासा ॥
तुम्हरेभजन राम को पावें । जनम जनम के दुख बिसरावें ॥
अन्त काल रघुबर पुर जाई जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई ||
औरदेवता चित्त न धरई । हनुमत सेई सर्व सुख करई ॥
संकट कटे मिटे सब पीरा । जपत निरन्तर हनुमत बलबीरा ॥
जयजय जय हनुमान गोसाईं । कृपा करो गुरुदेव की नाईं ॥
जो सत बार पाठ कर सोई । छूटई बन्दि महासुख होई ॥
जो यह पाठ पढे हनुमान चालीसा । होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥
तुलसीदास सदा हरि चेरा । कीजै नाथ हृदय मँह डेरा ॥
दोहा
पवन तनय संकट हरन मंगल मूरति रूप |
राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप ||

***** श्री हनुमान चालीसा *****

hanuman chalisa hindi

हनुमान चालीसा का सरल हिंदी में अर्थ

हनुमान चालीसा में कुल 40 चौपाइयाँ हैं, जो हनुमान जी की वीरता, शक्ति और भक्ति के बारे में बताती हैं। यहाँ कुछ मुख्य चौपाइयों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

  1. हनुमान जी की महिमा – यह चालीसा भगवान हनुमान को ज्ञान और गुणों के सागर के रूप में प्रस्तुत करता है। वह सर्वशक्तिमान हैं और उनके भक्तों के लिए तीनों लोकों में उजागर होते हैं।

  2. हनुमान जी का रूप – हनुमान जी का रूप महावीर और विक्रम है, जो किसी भी बुराई को नष्ट कर देते हैं। उनका रूप हमेशा भक्तों को सकारात्मकता की दिशा में मार्गदर्शन करता है।

  3. रामभक्ति की प्रेरणा – हनुमान चालीसा में यह भी कहा गया है कि हनुमान जी ने भगवान राम की सेवा में अपना जीवन अर्पित कर दिया और उनकी भक्ति से ही वे महा बलशाली बने।

  4. हनुमान जी का आशीर्वाद – हनुमान चालीसा का पाठ करने से हर प्रकार की मुसीबत से बचाव होता है और मन, वचन, और क्रिया में शुद्धता आती है।

हनुमान चालीसा का पाठ करने के लाभ

  1. संकटों से मुक्ति – हनुमान चालीसा का नियमित पाठ जीवन के हर संकट से छुटकारा दिलाता है। यह मानसिक शांति प्रदान करता है और परेशानियों का हल सुझाता है।

  2. शारीरिक और मानसिक शक्ति – हनुमान चालीसा का पाठ करने से शारीरिक, मानसिक और आत्मिक शक्ति में वृद्धि होती है। यह आत्मविश्वास को बढ़ाता है और व्यक्ति को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।

  3. भगवान हनुमान की कृपा – जो भक्त सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, उन्हें भगवान हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे न केवल दैवीय वरदान मिलते हैं, बल्कि जीवन में सुख और समृद्धि भी आती है।

  4. रोगों से मुक्ति – हनुमान चालीसा का जाप करने से शारीरिक बीमारियाँ भी दूर होती हैं और मनोबल मजबूत होता है।

  5. भक्तों को आशीर्वाद – हनुमान चालीसा का पाठ करने से भगवान हनुमान के आशीर्वाद से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

निष्कर्ष:

श्री हनुमान चालीसा एक अत्यधिक शक्तिशाली और दिव्य मंत्र है, जो मानसिक शांति, संकटों से मुक्ति और भगवान श्रीराम की कृपा पाने के लिए अत्यधिक प्रभावी है। हनुमान चालीसा को श्रद्धा और भक्ति भाव से पढ़ने से जीवन में हर प्रकार के संकट दूर होते हैं और बुराईयों से सुरक्षा मिलती है। यह प्रार्थना हमें शारीरिक, मानसिक और आत्मिक शक्ति प्रदान करती है।

इसके नियमित पाठ से मानसिक शांति, शारीरिक शक्ति और भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त होती है। यह हमें सिखाता है कि सच्ची भक्ति और विश्वास से जीवन में किसी भी समस्या का समाधान मिल सकता है।

तो, यदि आप जीवन में सुख, शांति और समृद्धि चाहते हैं, तो श्री हनुमान चालीसा का पाठ अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाइए।

 

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