हमारे जीवन में कम से कम एक प्रकाशस्तंभ होना चाहिए। प्रकाशस्तंभ से मेरा मतलब है कि हमारे जीवन में कम से कम एक व्यक्ति ऐसा होना चाहिए जिसके पास हमें मार्गदर्शन करने के लिए ज्ञान हो और वो व्यक्ति हमारे साथ बातचीत करने के लिए सुविधापूर्ण हो ।
जीवन में प्रकाश स्तंभ कोई भी हो सकता है ,वह प्रकाशस्तंभ हमारे संबंधों में से हो सकता है जैसे माता-पिता, भाई, बहन, बच्चे, हमारे मित्र और हमारे शिक्षक या गुरु। कभी-कभी हमारी आंतरिक शक्ति भी हमारा प्रकाश स्तंभ बन जाती है।
ये सब मार्गदर्शक प्रेरक हैं और ये हमें स्वयं को सकारात्मक रखने में मदद करते हैं और हम जिस भी स्थिति में होते है ये हमें प्रेरित करते हैं। इस तरह का परिवेश न केवल हमारे लिए बल्कि हमारे आसपास के लोगों के लिए भी फायदेमंद होता है ।
एक सकारात्मक प्रेरक हमारे आस-पास के लोगों में सकारात्मक ऊर्जा फैलाता है और हमें एक स्वप्नदृष्टा, विश्वासी, साहसी और हंसमुख विचारक होने के लिए भी निर्देशित करता है।
तो दोस्तों, यह हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है कि हम चीजों को कैसे देखते हैं। हमारे पास जीवन में बहुत सारी चुनौतियां या समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन मुख्य बात यह है कि यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि हम चीजों को कैसे देखते हैं।
नैतिक: जीवन में, खुशी हमें आभारी बनाती है लेकिन आभार हमें खुश करता है।
हम सब के जीवन में एक प्रकाशस्तंभ अवश्य है जो हमें खुश रहने के लिए मार्गदर्शन करता है और हम इसके लिए आभारव्यक्त करते है।