सर्कस मूवी रिव्यु Cirkus Movie Review

Cirkus Movie Review in Hindi सर्कस मूवी रिव्यु 

Cirkus Movie Review in Hindi – डायरेक्टर रोहित शेट्टी की ‘मल्टी-एक्टर’ फिल्म ‘सर्कस’ सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। अपनी धमाकेदार कॉमेडी और एक्शन फिल्मों के लिए जाने जाने वाले निर्माता-निर्देशक रोहित शेट्टी ने ‘सिंघम’ सीरीज के साथ कॉप फिल्मों और ‘गोलमाल’ सीरीज के साथ कॉमेडी फिल्मों की दुनिया बनाई है। दर्शकों के बीच ये दोनों ही फिल्मी जगत सुपरहिट हैं। रोहित शेट्टी ने पिछले साल दिवाली पर कोरोना के बाद खुले सिनेमाघरों में ‘सूर्यवंशी’ फिल्म से दमदार शुरुआत की, जो कि एक कॉप यूनिवर्स फिल्म थी।

Cirkus Movie Review in Hindi

(Image  Source- Twitter)  Cirkus Movie Review in Hindi

सर्कस फिल्म में रणवीर सिंह और वरुण शर्मा के डबल रोल के साथ पूजा हेगड़े, जैकलीन, संजय मिश्रा, सिद्धार्थ यादव, टिक्कू तलसानिया, मुकेश तिवारी जैसे कई कलाकार नजर आ रहे हैं। जुड़वाँ भाइयों या बहनों की कहानी हिंदी सिनेमा के सबसे दिलचस्प विषयों में से एक है। खासकर 60 और 70 के दशक में ऐसे किस्से बहुत देखने को मिलते हैं। मजेदार बात यह है कि 2022 के क्रिसमस पर रोहित शेट्टी 60 के दशक के दौर को दिखाते हुए एक ऐसी ही कहानी लेकर आए हैं, जिसमें जुड़वा भाई हैं। लेकिन क्या यह फिल्म आज के दौर में आपका मनोरंजन कर पाएगी, जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।

Cirkus Movie Review in Hindi

अपने गोलमाल कॉमेडी जगत की अगली फिल्म बनाने से पहले रोहित ने इसकी कहानी को पीछे ले जाने की योजना बनाई और इसके लिए उन्होंने 1982 में आई फिल्म ‘अंगूर’ की कहानी में ‘गोलमाल’ की कहानी जोड़ दी। यानी उन्होंने सर्कस को गोलमाल सीरीज के प्रीक्वल के तौर पर इंट्रोड्यूस किया है। गुलज़ार द्वारा निर्देशित, संजीव कुमार और देवेन वर्मा की फिल्म शेक्सपियर के लोकप्रिय नाटक ‘कॉमेडी ऑफ़ एरर्स’ से प्रेरित थी।

1982 में रिलीज हुई इस फिल्म को तब काफी पसंद किया गया था। पहले रोहित ने ‘अंगूर’ का रीमेक बनाने की बात कही थी, लेकिन हाल ही में उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा। हालांकि, अगर आपने ‘अंगूर’ देखी है, तो आप अच्छी तरह समझेंगे कि फिल्म ‘सर्कस’ में रोहित ने ‘अंगूर’ को अपनी ‘गोलमाल’ फिल्म ब्रह्मांड की कहानी में जबरदस्ती डालने की असफल कोशिश की है।

सर्कस फिल्म समीक्षा Cirkus Movie Review

यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि भानुमति के परिवार ने कहीं एक ईंट जोड़ दी। बेशक अपनी फिल्म सर्कस में रोहित शेट्टी ने अपनी हिट फिल्म सीरीज सिंघम से लेकर गोलमाल तक के किरदारों को रटने की कोशिश की, लेकिन आखिरकार वह उन्हें संभाल नहीं पाए। ऐसा भी कहा जाता है कि अगर किसी चीज में ज्यादा मसाला डाल दिया जाए तो वह स्वाद की जगह बेस्वाद हो जाती है। सर्कस के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। रोहित की चौड़ी स्टार कास्ट के साथ तमाम मौजूदा मसाले डालने के बाद भी फिल्म दर्शकों का मनोरंजन करने में पूरी तरह से खरा उतरने ममें चूकती नजर आ रही है।

बेशक, हॉलीवुड में लंबे समय से सीक्वल और मूवी यूनिवर्स बनाने का चलन रहा है। इनके तहत फिल्मों की कहानी उसी सीरीज की अगली फिल्म में आगे बढ़ती है और दूसरी फिल्मों में उसके कुछ किरदार। लेकिन इसके लिए वहां पहले से ही स्क्रिप्ट के स्तर पर प्लानिंग की जा रही है। मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स इसका सफल उदाहरण है। बहरहाल, हॉलीवुड को देखते हुए अब बॉलीवुड वाले भी बड़े-बड़े सीक्वल और मूवी यूनिवर्स बना रहे हैं। लेकिन अफसोस कि स्क्रिप्ट लेवल पर काम न होने की वजह से उनकी फिल्में उतना दम नहीं दिखा पातीं।

रोहित शेट्टी की नई फिल्म ‘सर्कस’ हर तरह के ह्यूमर पर सीन दर सीन उछलती रहती है। पात्रों के आंकड़े, बातचीत और हरकतें भी कॉमेडी में हास्य पैदा करती हैं और रोहित शेट्टी की लेखन टीम यहां भ्रमित है क्योंकि उनके पास रोहित शेट्टी की फिल्म ‘अंगूर’ का आधुनिक संस्करण बनाने के अपने प्रयासों की कोई स्पष्ट दिशा नहीं है। शुरू से नहीं पता फिल्म ‘सर्कस’ हिंदी और दक्षिण भारतीय सिनेमा की उन तमाम कॉमेडी फिल्मों के कॉकटेल की तरह है, जिनके घटक संतुलित मात्रा में नहीं हैं और उससे कोई साफ रंग नहीं निकलता।

Cirkus Movie Trailer

Cirkus Movie Review in Hindi

उत्सुकता नहीं जगा सकी सर्कस Cirkus movie

रोहित शेट्टी जाने-माने निर्देशक हैं। फिल्म ‘जमीन’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले रोहित की फिल्मों में अजय देवगन एक स्थायी शख्सियत की तरह रहे। अब रोहित ने रणवीर सिंह को साथ ले लिया। रणवीर सिंह के साथ दिक्कत यह है कि उनके फैन्स उन्हें बड़ा होकर अमिताभ बच्चन बनते देखना चाहते थे और उन्हें गोविंदा बनने में ज्यादा मजा आ रहा है। सिनेमा में काम करने वाले लोगों के बारे में दर्शकों की उत्सुकता फिल्मों की सफलता का पहला संकेत है।

वहीं रणवीर सिंह सार्वजनिक जीवन में जो हर रोज करते थे, वही अब अपनी फिल्मों में कर रहे हैं और अनन्या नाम की चिड़िया उनके अभिनय के बाग से भाग गई है। पहले ’83’ फिर ‘जयेशभाई जोरदार’ और अब ‘सर्कस’। राज कपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ जैसा कोई सर्कस नहीं है। 1942 से शुरू हुई इस कहानी में जो सर्कस दिख रहा है वह बेहद नकली है और ऐसा इसलिए क्योंकि इस पूरे सर्कस में जानवरों की झलक तक नहीं दिखती।

जिन्होंने ‘संजीव कुमार की अंगूर फिल्म नहीं देखी है, उनके लिए भी ‘सर्कस’ फिल्म एक मनोरंजक फिल्म लग सकती है। साल बीतने के साथ एक अच्छी कॉमेडी फिल्म देखने की चाहत में इस फिल्म को देखने आने वाले ज्यादातर लोग इस फिल्म के स्क्रीनप्ले को लेकर चिंतित रहते हैं। चूंकि फिल्म की स्क्रिप्ट अच्छी तरह से स्थापित नहीं है, फिल्म का एक किरदार इसलिए दर्शकों को फिल्म की कहानी समझाता रहता है।

सर्कस फिल्म के कलाकार Cirkus movie Cast

रणवीर सिंह, वरुण शर्मा, जैकलीन फर्नांडीज, दीपिका पादुकोण, पाखी हेगड़े, संजय मिश्रा, मुकेश तिवारी, मुरली शर्मा आदि।

लेखक Author
फरहाद सामजी, संचित बेद्रे, विधि घोरगांवकर और यूनुस सजवाल।

निर्देशक Cirkus movie Director
रोहित शेट्टी

Creator
रोहित शेट्टी, भूषण कुमार और कृष्ण कुमार

Release Date
23 दिसंबर 2022

फिल्म की कहानी Story of Cirkus movie

‘सर्कस’ की कहानी कुछ इस तरह है कि 1942 में एक वैज्ञानिक अपने समय के वैज्ञानिकों को सरोगेसी के बारे में समझा रहा है। एक अनाथालय में पला-बढ़ा यह वैज्ञानिक फिर से यह साबित करना चाहता है कि मूल्य वंशानुगत नहीं होते बल्कि पालन-पोषण से आते हैं। इस फिल्म की कहानी जमनादास अनाथालय से शुरू होती है जहां दो जुड़वा बच्चे होते हैं, जिन्हें दो अलग-अलग शहरों में गोद लिया जाता है। एक ऊटी में पला-बढ़ा है जबकि दूसरा बेंगलुरु में है। ऊटी में रहने वाले रॉय (रणवीर सिंह) और जॉय (वरुण शर्मा) एक सर्कस चलाते हैं और यह रणवीर सिंह एक ‘इलेक्ट्रिक मैन’ है जिसे बिजली का करंट महसूस नहीं होता है।

जबकि अन्य भाइयों की जोड़ी बेंगलुरु में है। दोनों रॉय का कनेक्शन ‘करंट’ का है। यानी जब सर्कस में काम करने वाले रॉय यानी इलेक्ट्रिक मैन शो करते हैं तो बेंगलुरु में रहने वाले रॉय को करंट लग जाता है। अब ये दोनों भाई कैसे मिलते हैं, क्या करते हैं, इसी पर फिल्म की कहानी है।

Cirkus Movie Review in Hindi

शेक्सपियर के विश्व प्रसिद्ध नाटक ‘कॉमेडी ऑफ एरर्स’ के कई रूपांतरण पूरी दुनिया में किए गए होंगे। गुलजार ने 40 साल पहले इसी नाटक पर फिल्म ‘अंगूर’ बनाई थी। जाहिर है जिन लोगों ने इस फिल्म में संजीव कुमार, देवेन वर्मा, मौसमी चटर्जी और अरुणा ईरानी की एक्टिंग देखी है, उन्हें ‘सर्कस’ फिल्म कुछ खास नहीं लगेगी।

रोहित शेट्टी ने ‘ऑल द बेस्ट’, ‘गोलमाल’ जैसी कॉमेडी फिल्में बनाई हैं और उनकी ‘सर्कस’ में आपको इन फिल्मों के सभी पुराने किरदारों का स्किट देखने को मिलेगा। लीड हीरो-हीरोइन को छोड़ दें तो हर किरदार को बार-बार देखने के बाद आपको उनकी पुरानी फिल्में याद आ जाएंगी। सोचिए, संजय मिश्रा उस स्तर के कलाकार हैं जो अपने अंदाज से बुरी से बुरी फिल्म में भी जान फूंक देते हैं, लेकिन इस फिल्म में वे डायलॉग भी इतने धीमे और दोहराव वाले तरीके से बोलते हैं कि झुंझलाहट होती हैं ।

Cirkus मूवी के पुराने किरदार 

कहानी और पुराने किरदार इस फिल्म में आपको बहुत ज्यादा नहीं हँसा पाएंगे। वहीं लीड एक्टर रणवीर सिंह भी इस मसाला फिल्म में उभर कर कुछ कमाल नहीं कर पाए। हालांकि, सबसे अच्छी बात यह है कि रणवीर सिंह इस फिल्म में कहीं भी ओवर द टॉप नहीं गए हैं, जो वह आसानी से कर सकते थे। वहीं जैकलीन और पूजा हेगड़े अपने-अपने किरदारों में बेहद खूबसूरत लग रही हैं। इस पूरी फिल्म में अगर सबसे मजेदार औरऔर दर्शकों को हंसाने में कोई कामयाब रहा है तो वो हैं अभिनेता सिद्धार्थ जाधव, जो हर सीन में मजेदार दिखें हैं।

इस फिल्म में रणवीर सिंह का डबल रोल में आना एक्सपेरिमेंटल था। रणवीर सिंह की एक्टिंग अभी भी फिल्म को बांधे रखती है। वहीं वरुण शर्मा भी डबल रोल में कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। जैकलीन फर्नांडिस और पूजा हेगड़े के किरदारों में कोई गुंजाइश नहीं थी। फिलहाल फिल्म को जिस तरह का रिस्पॉन्स मिल रहा है, उसे देखकर लगता है कि फिल्म को खुद को बनाए रखने में काफी दिक्कतें होंगी। वहीं इस फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी इसकी कहानी रही है। इस फिल्म में इमोशन सटीक नहीं है और न ही कोई पंच लाइन है। इसलिए दर्शक इसकी कहानी से कनेक्ट नहीं हो पा रहे हैं। वहीं, कहानी में तर्क प्रमुख रूप से गायब है।

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