शरीर के लिए आलस्य एक शत्रु के समान है। आलस्य के कारण लोग सुबह देर से उठते हैं। हर काम को कल पर टालते हैं। और ज्यादा वक्त आराम ही करते हैं। जिससे धीरे धीरे शरीर में जमा हुआ फैट मोटापे में बदलने लगता है। इसलिए शरीर को जितना ज्यादा शक्रिय रखेंगे उतना ही सेहत के लिए अच्छा रहता है। अगर आपका वजन पहले से गया है तो ये जल्दी वजन कम करने के उपाय (Jaldi vajan kam karne ke upay) आपकी मदद अवश्य करेंगे।
Jaldi vajan kam karne ke upay
मोटापा होने से पेट पहले बाहर निकलता है। और पेट की जमा चर्बी को तोंद भी कहा जाता है यह व्यक्ति के स्वयं के स्वास्थ्य तथा सहज जीवनयापन के लिये कष्टप्रद होती चली जाती है। वैसे तो शरीर के किसी अंग विशेष की चर्बी अलग से घटाया जाना मुश्किल होता है। परन्तु पूरे शरीर के थुलथुलेपन व मोटापे को दूर करने के उपाय आवश्य होते हैं। यहां पर हम Jaldi vajan kam karne ke upay के बारे में चर्चा करेंगे। जिनमें पेट की चर्बी को दूर करने पर ज़ोर दिया जायेगा।
Pet ki charbi kaise ghataye, How To Reduce Stomach Belly Fat Tips In Hindi
यहाँ हम जानेंगे की पेट की चर्बी कैसे घटाए और मोटापा कैसे कम करे –
1- शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाएं –
सुबह जल्दी उठने की आदत डालें और हल्की फुल्की वार्म-अप एक्सरसाइज करें। इससे बॉडी धीरे धीरे फ्लेक्सिबल होकर आगे की एक्सरसाइज के लिए तैयार होगी।
2 -शरीर की स्टेमिना बढ़ाये –
अपने खान पान में पौस्टिक आहार प्रयोग करें। प्रतिदिन एक्सरसाइज करे और इसका समय बढ़ाते हुए बॉडी में ज्यादा हार्ड एक्सरसाइज के लिए स्टेमिना बनाये ।
3.ज्यादा पैदल चलें –
सुबह उठकर ज्यादा से ज्यादा पैदल चलने का प्रयास करें। और एक्सरसाइज को ज्यादा समय दें।
4. निचले श्रोणि क्षेत्र का व्यायाम करें-
सुबह शाम दोनों समय सिंगल लेग क्रंच, डबल लेग क्रंच, कैंची जैसी एक्सरसाइज अवश्य करें।
5. कमर व पेट की पूरी एक्सरसाइज –
पुरानी एक्सरसाइज के साथ ही लेग स्ट्रेच, लेग ड्रॉप, साइकिल क्रंच, प्लैंक, V क्रंच, साइड क्रंच और एब्डॉमिनल जैसी एक्सरसाइज रोजाना करें।
मोटापा कम करने के लिए आपको अपने नियमित रहन सहन और खान पान पर ध्यान देने आवश्यकता होती है। नीचे दिए गए बिंदुओं को आप अवश्य अपनाये और अपनी दिनचर्या में बदलाव करें। थोड़ा एक्सरसाइज और यह बदलाव आपको मोटापा कम करने में अवश्य मदद करेगा।
- अगर आपकावजन अनावश्यक रूप से बढ़ना शुरु हो गया हो तो तुरंत सक्रिय हो जाये। उसे नजर अंदाज बिलकुल न करें। यह ऐसे भी बढ़ रहा है या यह तो नॉर्मल प्रक्रिया है ऐसा बिल्कुल न सोचें। ऐसी सोच से कई बार चर्बी आपके शरीर पर हावी हो जाती है।
- सुबह जल्दी उठें। प्रतिदिन रस्सी कूदें, एक बार में अधिक बाररस्सी कूद लेने के बजाय दिन में कई बार टुकड़ों में रस्सी कूदें। ध्यान रहे खाने के तुरंत बाद ऐसा कदापि न करें।
- प्रतिदिन साईकल चलाएं। यह आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य, विशेष रूप से पेट, कमर व जाँघों के लिये बहुत लाभकारी है। बाजार हाट जाना हो या कहीं पांच सात किलोमीटर्स के एरिया में कहीं जाना हो तो साईकल का ही प्रयोग करें।
- तेल और घीं को कम से कम खाने की कोशिश करें। जितना हो सके इनसे बचें। ज्यादा से ज्यादा शारीरिक परिश्रम बढ़ायें ताकि शरीर में जमा हुआ फैट धीरे धीरे कम हो जाये।
- घर का बना भोजन करें। फ़ास्ट फ़ूड आदि को खाने से परहेज करें। ट्रांस फ़ैट युक्त पदार्थों, जैसे कि बिस्किट, केक, कुकीज़ इत्यादि को कम खायें।
- विटामिन और खनिज लवण युक्त भोजन अधिक मात्रा में करें। जैसे कि ककड़ी, खीरा, टमाटर इत्यादि, इस प्रकार पेट भी जल्दी भरा लगने लगेगा और आवश्यक पोषक तत्त्वों की कमी भी नहीं हो पायेगी।
- अल्कोहल व सोडा जैसी चीजे शरीर के लिए हानिकारक तो होती ही हैं व साथ ही इससे तोंद भी निकलती देखी गयी है। इसलिए ऐसी चीजों का पूर्णतया त्याग करे।
- आर्टिफीसियल मिठास वाले खाद्यों के बजाय प्राकृतिक मिठास वाले खाद्यों को अपनाएं। प्राकृतिक मिठास वाले खाद्य पदार्थों से जहाँ एक ओर यकृत व मधुमेह से जुड़ी परेशानियों से कुछ सीमा तक बचा जा सकता है वहीँ , वहीं दूसरी ओर पेट की माँस-पेशियाँ लटकने की आशंका को भी कम किया जा सकता है।
- हमेशा खाने में एक खाद्य तेल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। महीने में अपनेखाद्य-तैल बदलते रहें, कभी मूँगफली, कभी सरसों, कभी सोयाबीन व नारियल तेलसे खाना पकायें।
- खाना खाते समय जल्दबाजी बिलकुल न करें। छोटे छोटे कौर को धीरे धीरे चबाकर खायें, क्योंकि पेट यह सूचना मस्तिष्क को पहुँचाने में देर कर देता है कि भूख मिट चुकी है. इसी कारण कई बार जल्दी-जल्दी खाने वाले लोगआवश्यकता से अधिक भोजन खा जाते हैं।
- भोजन के समय कोशिश करें, थाली व कटोरियाँ छोटी चुनें ताकि कम खाद्य-सामग्रियाँ आ सकें। और इससे कई बार दूसरी बार खाना लेने का मन कम ही करता है। एक साथ ढेर सारा खाना थाली में दिखने पर व्यक्ति उसे पूरा खत्म करने की कोशिश करता है और जिससे वह अधिक भोजन कर बैठता है।
- कोशिश करे सदैव शाकाहार अपनाएं। मांसाहारी भोजन में वसा ज्यादा होता है।
- भोजन के बाद तुरंत आराम विल्कुल न करें। थोड़ी देर अवश्य टहलें।
- यदि आपका काम बैठकर करने वाला है तो लगातार विल्कुल न बैठे। ड़ी-थोड़ी देर में चले-फिरें, कुछ अन्य कार्य करने के लिए चलें फिरें ।
- शारीरिक रूप से ज्यादा से ज्यादा सक्रिय रहें। खेत में काम करने वाले किसानों व मज़दूरों के शरीर में चर्बी जैसी समस्याएँ कम ही पायी जाती हैं। क्योंकि वे शारीरिक श्रम ज्यादा करते हैं। आप भी अपने व् अपने घर के कार्यों को स्वयं करें।
आशा है ऊपर बताये गए Jaldi vajan kam karne ke upay आपके लिए अवश्य कारगर साबित होंगे।