लालची लोमड़ी Hindi kahaniyan For Kids
लोमड़ी ने हिरन और कौवे से दोस्ती का हाथ बढ़ाने का सोचा और वह उन दोनों के पास गयी और बोली कैसे हो दोस्तों | मै कई दिनों से तुम दोनों को एक साथ देख रही हूँ और मै भी तुम्हारी स्त बनना चाहती हूँ |
कौवे ने कहा माफ़ करना हम दोस्त नहीं बन सकते, तब लोमड़ी ने कहा – कोई बात नहीं | लोमड़ी ने मन ही मन सोचा मुझे कुछ और तरकीब सोचनी पड़ेगी |लोमड़ी ने चालाकी से हिरन को कहा की यहाँ पास के गाँव में एक किसान रहता है जिसके खेतों में बहुत अच्छी फसल उगी है, जो तुम्हारा बहुत अच्छा भोजन बन सकता है |
लोमड़ी की इस बात पर कौवे को थोडा शक हुआ और कौवे ने कहा की हमें यहाँ जंगल में पेट भरके भोजन मिल जाता है तो हम वहां क्यों जाए | कौवे के इस तरह से मना करने पर लोमड़ी को बड़ा अफ़सोस हुआ की उसकी तरकीब काम नहीं आयी |
अगले दिन फिर लोमड़ी हिरन के पास गयी जब वो अकेला था और उसने कहा कैसे हो मै कल तुम्हारी बस मदद करना चाहती थी, जरा सोचो की अगर तुम्हे खाने के लिए पेट भरकर हरी भरी घास मिल जाए तो कितना अच्छा होगा। यह सुनकर हिरन के मन में लालच आयी और वह लोमड़ी की बातो में फंस गया | लोमड़ी हिरन लेकर को किसान के खेत पर गयी| वहां हरा भरा खेत देखकर हिरन खुश हो गया | फिर उसने पेट भर कर घास खाई और वह दोनों वापस जंगल आ गए | ऐसे वह दोनों रोज जाने लगे और रोज हिरन पेट भरकर खास खाता था |
लालची लोमड़ी Hindi kahaniyan For Kids
एक दिन किसान अपने खेत में आया , उसने देखा की उसके खेत की फसल किसी जानवर ने खाया हुआ है और उसने वहां पर हिरन के पैरो के निशान देखे, वह समझ गया की यहाँ कोई जानवर आया था। उस जानवर को पकड़ने के लिए उसने एक जाल बिछा दिया | अगले दिन जब हिरन वापस घास खाने आया तो वह जाल में फंस गया | जाल में फंसा हुआ हिरन देखकर लोमड़ी खुश हो गयी और बोला मेरी तरकीब काम आ गई | लोमड़ी खुश होकर हिरन को पकड़ने जा रही थी, उतने में किसान को पास आते हुए देखकर लोमड़ी भाग गयी और झाड़ियों के पीछे जाकर छिप गयी |
इधर जंगल में कौवा सोच रहा था की हिरन को गए बहुत समय हो गया अभी तक वह लौटा क्यों नहीं। तब उसको लगा की वह किसी मुसीबत में है मुझे उसकी मदत करनी चाहिए, और वह खेत की ओर उड़ने लगा। वहां उसने देखा की हिरन जाल में फंसा हुआ है, कौवा उसके पास गया और उसे मरे रहने का नाटक करने को बोला और हिरन की आँखों पर चोच मारने लगा जिससे की किसान को लगे की हिरन मर चुका है |
कुछ देर बाद जब वहां पर किसान आया और उसने देखा की हिरन तो मर चुका है और कौवा उसकी आँखे नोच रहा है | तो किसान ने जाल निकाल दिया, जाल निकालते ही हिरन वहां से भाग गया और इस तरह हिरन की जान बच गयी |
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