Gyan Hans, Poem, Kavita

इंसान की तलाश 

इंसान की तलाश नाम खो गया है पहचान खो गया है न जाने किस अँधेरे में गुमनाम हो गया है थी जिसमे इंसानियत कूट कूट के भरी न जाने कहाँ...
Bharat Mata

भारत माता की पुकार

करती है भारत माँ पुकार, ऐ लाल उठो फिर एक बार स्नेह दया मानवता लाकर, खोलो दुनिया का प्रेम द्वार ब्रिटिस हुकूमत शाशन करने इस धरती...

न थकेंगे न रुकेंगे

न थकेंगे न रुकेंगे बढ़ते जायेंगे कदम, रोक ले जो अब हमें इतना नहीं है किसी में दम, मंजिले हो दूर कितनी, पहुंचकर दिखलायेंगे, बाधाएं आयेंगी पथ...
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