Sunday, October 12, 2025

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Jolly LLB 3 Review in Hindi: जानिए फिल्म हिट है या मिस?

Jolly LLB 3 फिल्म रिव्यू: कोर्टरूम ड्रामा और कॉमेडी का मजेदार तड़का

रेटिंग: ⭐⭐⭐½ (3.5/5)

📖 कहानी क्या है?

फिल्म की कहानी शुरू होती है राजस्थान के परसौल गांव से, जहां एक किसान और कवि, अपनी जमीन एक बड़े उद्योगपति हरीभाई खैतान (गजराज राव) को गंवाने के बाद आत्महत्या कर लेता है। उसकी पत्नी जानकी (सीमा बिस्वास) दिल्ली हाईकोर्ट में मुकदमा करती है।

इस केस को लड़ते हैं दो वकील — जगदीश्वर मिश्रा (अक्षय कुमार) और जगदीश त्यागी (अरशद वारसी) — दोनों को ही लोग प्यार से जॉली” कहते हैं। दोनों वकीलों के बीच शुरू होता है कोर्ट में जबरदस्त टकराव, जहां न्यायाधीश सुंदरलाल त्रिपाठी (सौरभ शुक्ला) मुकदमे की सुनवाई करते हैं।

फिल्म कैसी है?

“Jolly LLB 3” इस फ्रेंचाइज़ी की तीसरी फिल्म है और पहले की तरह इस बार भी एक गंभीर मुद्दे को कॉमेडी और कोर्टरूम ड्रामा के अंदाज़ में दिखाया गया है।

मुद्दा है:

किसानों की जमीन छीनना, सरकारी सिस्टम की लापरवाही, और कॉरपोरेट पावर का गलत इस्तेमाल।

फिल्म में कोर्टरूम के अंदर के मज़ेदार झगड़े, तर्क-वितर्क, और दोनों जॉली वकीलों की चालाकियां देखने को मिलती हैं। कुछ सीन्स में तो जज साहब खुद बोल पड़ते हैं कि इन दोनों वकीलों ने उनकी ज़िंदगी में टेंशन भर दी है!

क्या अच्छा लगा?

  • अक्षय कुमार और अरशद वारसी दोनों ने शानदार एक्टिंग की है। दोनों का कॉमिक टाइमिंग और कोर्टरूम में बहस करते हुए तड़का जबरदस्त है।
  • दूसरा हाफ ज़्यादा दिलचस्प है, खासकर जब लंदन से आए हाई-प्रोफाइल वकील विक्रम (राम कपूर) एंट्री लेते हैं और बड़े उद्योगपति का पक्ष लेते हैं।
  • कोर्टरूम के कई सीन दिल को छूने वाले हैं, खासकर जब एक अफसर अस्पताल के बेड से गवाही देता है।
  • सौरभ शुक्ला एक बार फिर अपने मजेदार और इमोशनल जज वाले किरदार में दमदार नजर आते हैं।
  • गजराज राव ने खतरनाक विलेन का रोल आंखों और हावभाव से बखूबी निभाया है।

कमी क्या रही?

  • दोनों जॉली वकीलों के बीच की दुश्मनी और भी तीखी हो सकती थी।
  • कहानी थोड़ी धीमी शुरू होती है, और कुछ सब-प्लॉट जैसे कि जज साहब का प्यार, फिल्म की मेन स्टोरी से भटकते हैं — हालांकि वो सीन भी हंसी लाते हैं।

 कुछ दमदार डायलॉग्स और सीन:

  • अक्षय का वो डायलॉग जहां वो कहते हैं:
    किसानों को दी गई मदद खैरात लगती है, पर कॉरपोरेट्स को दिए गए फायदे इंसेंटिव कहलाते हैं!”
  • अरशद का जवाब भी शानदार है:
    हर बार किसान ही अपनी ज़मीन क्यों छोड़े? क्या कभी किसी उद्योगपति ने अपनी कोठी किसी प्रोजेक्ट के लिए छोड़ी है?”

क्यों देखें ये फिल्म?

अगर आपको पसंद है:

  • कोर्टरूम ड्रामा
  • मजेदार डायलॉग्स
  • गंभीर मुद्दों पर हल्की-फुल्की प्रस्तुति

तो Jolly LLB 3 आपको निराश नहीं करेगी। इसमें है हास्य, तर्क, सिस्टम की सच्चाई, और शानदार एक्टिंग — सब कुछ एक ही पैकेज में।

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