महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
महात्मा गांधी जी को हम प्यार से बापू कहते हैं। इनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। गाँधी जी का पूरा नाम मोहन दास करमचंद गाँधी है।
गाँधी जी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सूत्रधार थे, इसी कारण से इन्हे राष्ट्रपिता के नाम से सम्बोधित किया जाता है ।
बापू गाँधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रमुख नेताओं में से हैं। इन्होने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए देश को अंग्रेजो की गुलामी से आजादी दिलायी। बापू गाँधी केवल एक नेता ही नहीं बल्कि एक निष्काम कर्मयोगी और एक महान युगपुरुष थे।
बापू गाँधी सम्पूर्ण मानव जाति के लिए एक प्रेरणा श्रोत हैं । इन्होने अपने जीवन में कभी भी अपने सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं किया ।
यहाँ इस लेख के माध्यम से हम महात्मा गांधी के अनमोल विचारों(Mahatma Gandhi Quotes in Hindi) को जानेंगे।
#महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
1 :किसी भी व्यक्ति के विचार ही सबकुछ हैं। वह जो सोचता है, वह बन जाता है।
2 :पहले वो आपको अनदेखा करेंगे, उसके बाद आप पर हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे।
3 : अगर आप खुद को खोजना चाहते हैं तो सबसे बढ़िया तरीका है, आप दूसरों की सेवा में खुद को खो दो।
4 : आप अपनी विनम्रता द्वारा पूरी दुनिया को हिला सकते हैं।
5 : सभी धर्म एक ही शिक्षा देते हैं, बस उनके दृष्टिकोण अलग-अलग हैं।
6 : इस तरह से जियें जैसे आप कल मरने वाले हैं। इस तरह से सीखें जैसे आप वर्षों जीवित रहने वाले हैं।
7 : कमज़ोर कभी क्षमा नहीं कर सकते, क्षमा तो ताकतवर व्यक्ति की विशेषता है।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
8 : एक अच्छा इंसान सभी जीवों का मित्र होता है।
9 : कोई भी हमारे आत्म सम्मान के साथ नहीं खेल सकता, जबतक हम इसकी इज़ाज़त न दें।
10 : किसी देश का विकास और महानता का अनुमान वहां के पशुओं के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं।
11 : शांति का कोई दूसरा रास्ता नहीं है, केवल शांति है।
12 : वह सम्भव है की आप सोने को और अधिक चमकीला बना दें, पर कौन हैं जो अपनी माँ को और अधिक सुन्दर बना सकता है।
13 : एक राष्ट्र की संस्कृति लोगों के दिलों में और आत्मा में बसती है।
14 : मेरा मन मेरा मंदिर हैं ; मैं किसी को भी अपने गंदे पाँव के साथ मेरे मन से नहीं गुजरने दूंगा।
15 : प्रयास करने में ही संतोष निहित है, प्राप्ति में नहीं। आपका पूर्ण प्रयास ही आपकी पूर्ण विजय है।
16 : जब तक आप किसी को वास्तव में खो नहीं देते, तब तक आप उसकी अहमियत नहीं समझते।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
17 : प्रार्थना करने में शब्दों से जयादा दिल का होना जरूरी हैं। बिना दिल के शब्दों से की गई प्रार्थना निरार्थक हैं।
18 : आप भी अपने आप में वह परिवर्तन लाएं जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।
19 : एक सभ्य और और आदर्श परिवार के समान कोई विद्यालय नहीं है और एक भले अभिभावक जैसा कोई अन्य शिक्षक नहीं है।
20 : आपका स्वास्थ्य ही आपका वास्तविक धन है, सोने और चाँदी के टुकड़े नहीं।
21 : एक भूखें के लिए रोटी ही उसका भगवान है।
22 : हर रात, जब मैं सोने जाता हूँ, मैं मर जाता हूँ। अगली सुबह, जब मैं उठता हूँ, मेरा पुनर्जन्म होता है।
23 : जहाँ प्यार है, वहीँ जीवन हैं।
24 : मौन रहना सबसे सशक्त भाषण है। धीरे-धीरे ये दुनिया आपको जरूर सुनेगी।
25 : श्रेष्ठ होने का अनंत प्रयास मनुष्य का कर्तव्य है; यह अपना प्रतिफल है। बाकी सब कुछ भगवान के हाथ में है।
26 : गरीबी हिंसा का सबसे बुरा रूप है।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
27 : एक स्त्री के लिए उसका चरित्र और पवित्रता ही सबसे बड़ा गहना है।
28 : बुराई को सहना भी उतना ही बुरा है जितना खुद बुराई करना।
29 : गुस्सा और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं।
30 : शक्ति शारारिक क्षमता से नहीं आती बल्कि दृढ़ इच्छा शक्ति से आती है।
31 : ख़ुशी तक मिलती है जब आप जो कहते हैं, और आप जो करते हैं उसमे सामंजस्य होता है।
32 : हमको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता एक महासागर के सामान है, यदि सागर की कुछ बूंदें गंदी हैं, तो पूरे महासागर को गंदा नहीं कहा जा सकता।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
33 : प्रार्थना सुबह की कुंजी है और शाम की चटकनी.
34 : भगवान है, भले ही पूरी दुनिया इस बात को इनकार करती हो। सच हमेशा अटल रहता है, यद्यपि कोई जन समर्थन न भी हो।
35 :दुनिया के सभी धर्म, हर मामले में भिन्न हो सकते हैं, पर सभी एकजुट रूप से घोषणा करते हैं कि इस दुनिया में सत्य के अलावा कुछ भी नहीं रहता है।
36 : पैसा कोई बुराई नहीं है, उसका गलत प्रयोग करना बुराई है। किसी न किसी रूप में पैसे की हमेशा जरूरत रहेगी।
37 : आप असत्य को कितना भी बढ़ा चढ़ा कर बोलें, वो सत्य नहीं बन जाता। इसी तरह सत्य भी असत्य नहीं बनता।
38 : आध्यात्मिक संबंध शारीरिक की तुलना में कहीं अधिक कीमती है। आध्यात्मिक से तलाकशुदा शारीरिक संबंध आत्मा के बिना शरीर है।
39 : मैं हमेशा व्यक्ति के अच्छे गुणों को देखता हूँ। यदि मुझमे कोई दोष नहीं हैं इसका मतलब यह नहीं की मैं दूसरों के दोषों की जांच नहीं करूंगा।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
40 : मैंने सेवा और त्याग की भावना के जीवित अवतार के रूप में स्त्री की पूजा की है।
41 : धर्म हृदय का विषय है। कोई भी शारीरिक असुविधा किसी के अपने धर्म को छोड़ने का अधिकार नहीं कर सकती।
42 : मैं दुनिया में घेरने वाली निराशा के बीच अपने प्रकाश को महसूस कर रहा हूं।
43 : मेरे पास दुनिया को सिखाने के लिए कुछ नया नहीं है। सत्य और अहिंसा पहाड़ियों की तरह पुराने हैं। मैंने जो कुछ भी किया है, वह दोनों में प्रयोगों का प्रयास करने के लिए है जितना कि मैं कर सकता हूं।
44 : मेरे लिए हर हर वो शासक विदेशी है जो जनता की राय की अवहेलना करता है।
45 : मैं पश्चिमी सभ्यता के बारे में क्या सोचता हूँ? मुझे लगता है कि यह एक बहुत अच्छा विचार होगा।
46 : अपने प्रयोजन में दृढ विश्वास रखने वाला एक सूक्ष्म शरीर भी इतिहास के रुख को बदल सकता है।
47 : दुनिया के सबसे बड़े 7 सत्य : काम के बिना धन, अंतरात्मा के बिना सुख, मानवता के बिना विज्ञान, चरित्र के बिना ज्ञान, सिद्धांत के बिना राजनीति, नैतिकता के बिना व्यापार, त्याग के बिना पूजा।
48 : थोडा सा कर्म बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है।
49 : जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई मतलब नहीं है।
50 : हर उस एक पापी को क्षमा किया जा सकता है, जो हृदय से पश्चाताप करे।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
51 : अपनी गलती को स्वीकार करना झाड़ू लगाने के समान है जो सतह को चमकदार और साफ़ कर देती है।
52 : शांति का अपना ही प्रतिफल है।
53 : अहिंसा की शक्ति से आप पूरी दुनिया को हिला सकते हैं।
54 : चाहें कितने भी अवरोध हों प्यार कभी टूट नहीं सकता।
55 : सज्जनता, आत्म-बलिदान और उदारता किसी एक जाति या धर्म का अनन्य अधिकार नहीं है।
56 : एक आदमी वही होता है जैसा उसके विचार उसे बनाते हैं।
57 :अभेद्य अंधकार के बीच मेरा विश्वास सबसे उज्ज्वल है।
58 : कोई हमारा स्वाभिमान हमसे नहीं छीन सकता, जब तक हम मर्ज़ी से न दें।
59 : चिंता के आलावा शरीर को बर्बाद करने वाला कुछ भी नहीं है, और जो ईश्वर पर भरोसा करता है उसे चिंता करने में शर्म आनी चाहिए।
60 : सोने से पहले व्यक्ति को अपना गुस्सा भूल जाना चाहिए।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
61 : विनम्रता के बिना सेवा स्वार्थ और अहंकार है।
62 : हमारे काम की गुणवत्ता ही भगवान को खुश करेगी मात्रा की नहीं।
63 : मनुष्य उस हद तक महान बन जाता है, जिसमें वह लोगों के कल्याण के लिए काम करता है।
64 : प्रार्थना में शब्दों के बजाए दिल का होना बेहतर है।
65 : प्रार्थना करते समय कोई भाषण की आवश्यकता नहीं है। बल्कि इसे अत्यंत विनम्रता के साथ जोड़ा जाना चाहिए।
66 : हर कोई अपने अपने प्रकाश के अनुसार भगवान से प्रार्थना करता है।
67 : निर्धन हो या अमीर भगवान सभी के लिए है। वो हम में से हर एक के लिए होता है।
68 : मैं धर्मों में नहीं बल्कि सभी महान धर्मों के मूल सत्य में विश्वास करता हूं।
69 : सभी धर्म हमे एक ही शिक्षा देते हैं, केवल उनके दृश्टिकोण अलग अलग हैं।
70 : धर्म हृदय का विषय है। कोई भी शारीरिक असुविधा किसी को अपने धर्म को छोड़ने को विवश नहीं कर सकती।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
71 : बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो।
72 : सच्ची साधना के लिए केवल मन में भक्ति होने चाहियें, इसके लिए मन और आंखों के कान बंद करने होते हैं। इसलिए प्रार्थना के दौरान आंखें बंद करना इस तरह की एकाग्रता के लिए एक सहायता है।
73 : हिंदू धर्म सभी मानव जाती ही नहीं बल्कि भाईचारे पर जोर देता है।
74 : पाखंड और विकृति धर्म के नाम पर धाराओं को पारित कर रहे हैं।
75 : मैं खुद को हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, यहूदी, बौद्ध और कन्फ्यूशियस मानता हूं।
76 : मैं पूर्व और पश्चिम के मिलन का दिल से स्वागत करूँगा बशर्ते कि यह क्रूर बल पर आधारित न हो।
77 : एक अन्यायपूर्ण कानून अपने आप में हिंसा की एक प्रजाति है। इसके उल्लंघन के लिए गिरफ्तारी अधिक है।
78 : लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोगों में स्वतंत्रता, स्वाभिमान और उनकी एकता की गहरी भावना होनी चाहिए।
79 : जो लोग कहते हैं कि धर्म का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, वे नहीं जानते कि धर्म क्या है।
80 : नागरिकों का आज्ञा का उलंघन करना एक पवित्र कर्तव्य बन जाता है, जब राज्य कानूनविहीन या भ्रष्ट हो जाता है।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
81 : स्वतंत्रता का अर्थ है स्वैच्छिक संयम और अनुशासन, जिसमे कानून के शासन की स्वैच्छिक स्वीकृति हो।
82 : मेरे सपने का स्वराज किसी नस्ल या धार्मिक भेद को नहीं मानता है।
83 : कड़ाई से निष्पक्ष कब्ज का संचालन करना मुश्किल है, लेकिन असंभव नहीं है।
84 : मेरा मानना है कि एक आदमी निहत्थे मरने की हिम्मत के लिए सबसे मजबूत सैनिक है।
85 : हमारी मासूमियत जितनी बड़ी होती है, हमारी ताकत उतनी ही बड़ी होती है और हमारी जीत को मजबूत करती है।
86 : परिपूर्ण अहिंसा कठिन है। यह कोई कमजोरी स्वीकार नहीं करता।
87 : जो व्यक्ति मन से कमजोर होता है वही हिंसा कर सकता है।
88 : एक नेता होने का कोई अर्थ नहीं जब वह अपनी अंतरात्मा की आवाज के खिलाफ काम करे।
89 : जो व्यक्ति स्वतंत्रता के बारे में सोचता है, वो किसी अन्य को गुलाम बनाने के बारे में नहीं सोच सकता।
90 : मेरा यह दृढ़ विश्वास है कि जब आप अपने शरीर को वश में कर लेते हैं, तो आत्मा की शक्ति बढ़ जाती है।
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार -Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
91 : मन की संस्कृति हृदय के अधीन होनी चाहिए।
92 : अभ्यास का एक औंस, उपदेश को मन से कहीं अधिक मूल्य का होता है।
93 : जब तक विनम्रता और सीखने की इच्छा न हो तब तक कोई ज्ञान अर्जित नहीं किया जा सकता।
94 : चरित्र के बिना ज्ञान केवल बुराई को शक्ति देता है।
95 : नई दुनिया के निर्माण के लिए शिक्षा भी नए प्रकार की होनी चाहिए।
96 : किसी संस्कृति को नष्ट करने के लिए आपको किताबें नहीं जलानी होंगी। बस लोग उन्हें पढ़ना बंद कर दें।
97 : मानव प्रकृति स्वयं को तभी पाएगी जब उसे पूर्ण रूप से यह पता चले कि मानव होने के लिए उसे जानवर या क्रूर होना बंद करना होगा।
98 : हिंसा मानवीय कमजोरी की एक रियायत है, सत्याग्रह एक दायित्व है।
99 : अहिंसा मेरी पुस्तक का पहला लेख हैं और पुस्तक का आखरी लेख भी यही है।
100 : मैं हिंसा का विरोध करता हूँ क्योंकि जो वो कर रहें हैं वही आप भी।
101 : जब मैं निराश होता हूँ, मैं याद कर लेता हूँ कि समस्त इतिहास के दौरान सत्य और प्रेम के मार्ग की ही हमेशा विजय होती हैं। कितने ही तानाशाह और हत्यारे हुए हैं, और कुछ समय के लिए वो अजेय लग सकते हैं, लेकिन अंत में उनका पतन होता हैं। इसके बारे में हमेशा सोचो।
102 : हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें। हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा।
103 : अपने ज्ञान पर ज़रुरत से अधिक यकीन करना मूर्खता हैं। यह याद दिलाना ठीक होगा कि सबसे मजबूत कमजोर हो सकता है और सबसे बुद्धिमान गलती कर सकता हैं।
104 : आपकी मान्यताएं आपके विचार बन जाते हैं, आपके विचार आपके शब्द बन जाते हैं, आपके शब्द आपके कार्य बन जाते हैं, आपके कार्य आपकी आदत बन जाते हैं, आपकी आदतें आपके मूल्य बन जाते हैं, आपके मूल्य आपकी नीयति बन जाती हैं।
105 : हो सकता है आप कभी ना जान सकें कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ, लेकिन यदि आप कुछ करेंगे नहीं तो कोई परिणाम नहीं होगा।