शरीर की बहुत सी बीमारियां हमारे खान पान और दिनचर्या पर निर्भर करती हैं। आज के भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने स्वास्थ्य का बिलकुल भी ध्यान नहीं देते हैं। जब मर्जी जो मर्जी खा लिया, हम यह भी भूल जाते हैं की हमें क्या खाना चाहिए, कब खाना चाहिए और कितनी मात्रा में खाना चाहिए। खास कर बढ़ती उम्र के साथ तो इस खान पान और दिनचर्या पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता होती ही है।
स्वस्थ रहने के टिप्स
आजकल इंटरनेट के ज़माने में इस दौड़ भाग भरी जिन्दगी में हर कोई इतना व्यस्त है कि उसकी दिनचर्या बिलकुल बदल चुकी है। देर रात तक जागना, सुबह देर से उठना, यह हमारे दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है और यह हमारे स्वास्थ्य को बहुत प्रभावित करता है। बड़ो के साथ साथ बच्चों को भी मोबाइल गैजेट्स और इटरनेट की बुरी लत लग जाती है।
यह कहावत सर्वथा सत्य है कि ” पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख घर में हो माया” क्योंकि दुनिया की लाख संपत्ति आपके पास हो परन्तु अगर आप स्वास्थ्य नहीं हैं तो सब बेकार है। एक करोड़पति बीमार से अच्छा एक स्वस्थ्य भिखारी होता है।
यह बहुत ही आवश्यक है कि अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाये। कुछ टिप्स अपना कर खुद को स्वस्थ्य रखा जा सकता है।
स्वस्थ रहने के टिप्स
- सुबह उठने के बाद बासी मुँह कम से कम एक गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए। इससे शरीर के डिटोक्स होने के साथ साथ डाइजेशन भी अच्छा होता है।
- नित्य क्रिया से निबृत होने केपश्चात कम से कम २० मिनट तक प्राणायाम अवश्य करें।
- नित्य कसरत करें।कसरत करने से खून का प्रबाह बढ़ जाता हैं। मांसपेशियां सख्त होती है। कसरत करने से एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होती है जिससे मोटापा नहीं होता। शरीर चुस्त रहता है।
- सुबह उठने के एक घंटे के भीतर नास्ता अवश्य करें। कोशिश करें की नास्ते में ज्यादा तैलीय चीजें न हो। एक स्वास्थ्य वर्धक नास्ता आपकी सुबह को तरोताजा कर देता है।
- डाइट में ज्यादा प्रोटीन और आनाज लेना चाहिए जिससे पेट देर तक भरा रहता है और इसका एक फायदा यह होता है कि यह आसानी सेडाइजेस्ट होता है। हो सके तो घर का बना भोजन ही करें। फास्ट फूड लेने से बचें। कोशिश करें की ज्यादा फल और सब्जियाँ खाये, इससे हमारे शरीर को हर प्रकार के मिनरल बिटमिन्स मिलते है। भोजन के साथ सलाद अवश्य खाये।
- सूखे मेवे शरीर के लिए बहुत ही गुणकारी होते हैं। रात में थोड़ा सा बादाम पानी में भिगो कर रख दें, सुबह भीगे बादाम खाने से चमत्कारिक प्रभाव देखने को मिलते है। इससे याददास्त बढ़ती है।
- भोजन को ज्यादा देर तक चबाचबाकर खायें। खाते समय बिलकुल भी जल्द बाजी न करें। हर निवाले को कम से कम २५-३० सेकंड तक अवश्य चबायें। चबाकर खाने से भोजन अच्छी तरह से पचता है और भोजन के पोषक तत्व हमारे शरीर को मिल पाते हैं।
- कोशिशकरनी चाहिए की रात में जल्दी सो जाये, ज्यादा समय मोबाइल या टेलीविज़न पर न बितायें और सुबह जल्दी उठें। नियमित ६ से ८ घंटे की नींद आवश्यक होती हैं। न इससे काम न ज्यादा। नींद के वक्त हमारे शरीर में बहुत की रासायनिक क्रियायें होती है। हमारा मस्तिष्क शांत होता है। जिससे एक भरपूर नींद के बाद जब सुबह हम उठते हैं तो तरो-ताजा महसूस करते हैं। और यदि नींद पूरी नहीं होती या फिर सामान्य से ज्यादा देर तक सोने के पश्चात उठने पर थकान और आलस महसूस होता है।
- ज्यादा पैदल चलें। लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का ज्यादा ज्यादा इस्तेमाल करें, इससे एक तरह का व्यायाम भी हो जाता है और एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होने से मोटापे से भी राहत मिलती हैं।
- दिन में कम से कम ६ से ८ गिलास पानी पीना चाहिए। पानी पीने के और भीबहुत सारे लाभ होते है हमारे शरीर से बिषैले पदार्थ (टोक्सिन) बाहर निकल जाते हैं। चेहरे पर चमक आती है, चेहरे की झुर्रियाँ भी कम होती हैं।
- अगर आपकी सिटिंग जॉब है तो लगातार एक की पोजीशन में न बैठे, कोशिशकरें की हर थोड़ी थोड़ी देर पर उठ कर कुछ कदम चल फिर लें।
- रात्रि में हल्काभोजन करें। भोजन करने के तुरंत बाद पानी न पिए कम से कम आधे घंटे बाद पानी पीना चाहिए। भोजन के तुरंंत बाद न सोये। भोजन सोने से एक घंटा पहले करें। रात्रि के भोजन के पश्चात कुछ कदम पैदल अवश्य चलें।
- छोटी छोटी बातों पर गुस्सा होने से बचें। बातों को मन में न पालें।ऐसा करने से आप बी पी की समस्या से भी निजात पा सकते हैं।
- आज की लाइफ स्टाइल में तनाव कॉमन हो गया है परन्तु इन तनाव से बचने कीकोशिश करें और जितना हो सकें खुलकर हँसें। तनाव होने पर उस माहौल को बदलने के लिए गाने सुनें, दोस्तों और परिवार के सदस्यों से बात करें। जब भी मौका मिले परिवार के साथ बहार घूमने जायें।
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