महिलाओं के लिए आत्मरक्षा के तरीके
अगर आप घर से बाहर निकलते हैं तो सड़कों पर, बस स्टैंड पर या रास्ते पर, आते-जाते, कहीं भी कभी भी आपके इर्द-गिर्द खतरा मंडरा सकता है। इसलिए आपको किसी भी विषम परिस्थितियों में अपनी आत्मरक्षा के लिए तरीके सीखने की अति आवश्यकता हैं।
महिलाओं के लिए आत्मरक्षा के तरीके
यहां हम बात महिलाओं की आत्मरक्षा के लिए कर रहे हैं। महिलाएं मानसिक रूप से पुरुषों से कई गुना ज़्यादा तक सह सकती है। परन्तु इन्हें शारीरिक रूप से कमज़ोर और असक्षम समझा जाता है ? परन्तु सवाल यह पैदा होता है कि क्या महिलाये सच में, क्या स्वयं के लिए लड़ नहीं सकती? क्या महिलायें उन लोगों को रोकने में सक्षम नहीं हैं जो उन्हें कमजोर समझकर उन पर हमला करते हैं ?
यह कहना बिलकुल गलत होगा की महिलायें कमजोर होती हैं। महिलाओं को केवल अपने प्रति अपनी सोच को बदलने की आवश्यकता है।
आप एक निर्णय अवश्य लें तथा अत्याचार और अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए स्वयं को तैयार करें। आत्मरक्षा के तरीके सीखने के संकल्प से आपके जीवन में महत्त्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं।
आपके लिए बहुत जरुरी चीज है आत्मविश्वास के साथ आत्मरक्षा। क्योंकि आत्मरक्षा आपकी लड़ने की सूझबूझ विकसित करने में मदद करता है। आत्मरक्षा की कला ही एक ऐसा हथियार है, जो आपको कई तरीकों से अत्याचार और अन्याय के खिलाफ सशक्त और मज़बूत बनाता है।
घर से बाहर आत्मरक्षा कैसे करें –
यदि आप नोटिस करते हैं कि कोई अनजान व्यक्ति रास्ते में आपका पीछा कर रहा है, तो ऐसे में घबराएं नहीं। सबसे पहले, तेजी से चलने की कोशिश करें और किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का प्रयत्न करें।
यदि तेज चाल में चलकर भी किसी सुरक्षित जगह तक नहीं पहुंच पायीं और वह अंजान व्यक्ति आपको पकड़ लेता है। तो घबराये बिलकुल नहीं बल्कि पूरी इच्छा शक्ति के साथ उससे स्वयं को छुड़ाने की कोशिश करें। सबसे पहले आप उसके नाजुक अंगो पर कस के वार करें। यह आपको उससे छुड़ाने में आपकी सबसे अधिक मदद करेगा।
आप उसके पैरों के बीच, आंखों, होंठ और नाक पर मारने की कोशिश करें। यह स्वयं को छुड़ाने और उसे चित करने में आपकी बहुत मदद करेगा। याद रखें, उसके पैरों के बीच में मारा गया आपका मजबूत किक उसे घंटों तक सुला सकता है।
वारदात के वक्त अगर आपके हाथ में अपने स्कूटी या कार की चाबी या नेल कटर है तो आप उसका उपयोग कर सकते हैं। इन चीजों का आप उसके नाजुक अंगो पर प्रयोग कर सकती है, स्वयं को छुड़ाने के लिए।
एक बार जब वह व्यक्ति जमीन पर गिर जाता है तो आप उसे और ज्यादा मार सकते हैं. और मौका मिलते ही उस जगह से भाग सकते हैं। आप ऐसी वारदात को स्थितियों के अनुसार सम्भालने का प्रयत्न करें।
छोटे बच्चो को भी सही चीजे सीखने में संकोच बिलकुल न करें –
ध्यान रहें आप एक महिला हैं परन्तु कमजोर बिलकुल नहीं हैं। आपको आत्मरक्षा के तरीको को अवश्य सीखना चाहिए। यदि आपके छोटे भाई-बहन हैं, तो उन्हें भी कुछ बुनियादी बातें अवश्य सिखाएँ। उन्हें यह जरूर बताएं कि कहां जाना है और कहां नहीं है।
उन्हें अच्छे और बुरे स्पर्श के बारे में सिखाएं। उनके साथ एक मित्र जैसा संबंध बनायें। किसी बात पर उन्हें डांटने से अच्छा प्यार से समझाने का प्रयत्न करें। उनसे धीरे से यह जानने की कोशिश करें कि क्या वे कुछ गलत का सामना तो नहीं कर रहे हैं। हमारे देश में, आमतौर पर अभी भी माता-पिता अपने बच्चों को की बुनियादी चीजों को सिखाने में संकोच करते हैं।
इस तरह की बातों पर कभी खुल कर चर्चा करने में भी संकोच करते हैं। परन्तु ये चीजें अति आवश्यक होती हैं। इससे जुर्म के खिलाफ लड़ा जा सकते है। और किसी घटना के होने से पहले ही उसे बदला जा सकता है। इसलिए छोटे बच्चों को भी इन बुनियादी बातों को अवश्य सिखाने का प्रयत्न करें।
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