🐘 Motivational Story in Hindi – विचारों का बंधन
एक बार एक आदमी सड़क से गुजर रहा था, तभी उसने सड़क के किनारे कुछ हाथियों को बधे देखा। यह देखकर वह आदमी वही रुक गया। उसने गौर से देखा कि हाथियों के अगले पैर में सिर्फ एक रस्सी बंधी हुई है।
वह बड़े अचरज में पड़ गया और सोचने लगा कि हाथी जैसा विशालकाय जानवर लोहे की जंजीरों की जगह सिर्फ एक छोटी सी रस्सी से बंधे हुए हैं। ये हाथी चाहें तो इस रस्सी को तोड़कर कहीं भी जा सकते हैं पर वे ऐसा क्यों नहीं कर रहें हैं ? यह बात उस आदमी के मन में कई सवाल पैदा कर रही थी।
आखिर उससे रहा नहीं गया और उसने पास खड़े महावत से पूछा कि – भाई ये हाथी किस प्रकार इतनी शांति से खड़े हैं ? और ये रस्सी तोड़कर भागने का प्रयास क्यों नही कर रहे हैं?
तब महावत ने कहा – जब ये हाथी छोटे थे, तभी से इन्हे इन रस्सियों से बाँधा जाता है। उस समय छोटे होने के कारण इनके पास इतनी शक्ति नहीं थी कि ये इस बंधन को तोड़ पाते। बावजूद इसके भी ये उस समय बार बार रस्सी तोड़ने के प्रयास करते, परन्तु रस्सी तोड़ने में सफल नहीं होते।
और इस प्रकार बार-बार प्रयास करने पर भी रस्सी ना तोड़ पाने के कारण, इन्हे धीरे-धीरे यह यकीन हो गया कि ये इन रस्सियों को कभी तोड़ नहीं सकते। और अब बड़े होने पर भी इनका ये विश्वास अभी बरक़रार है कि ये इस रस्सियों को नहीं तोड़ पायेंगे और इसलिए ये आज भी कभी इन रस्सियों को तोड़ने का प्रयास ही नहीं करते हैं ।
महावत की बात सुनकर वह आदमी आश्चर्य में पड़ गया और मन ही मन विचार करने लगा कि ये इतने ताकतवर जानवर सिर्फ इसलिए अपना बंधन नहीं तोड़ सकते क्योंकि इन्हे इस बात पर यकीन हो गया है की ये इसे कभी तोड़ ही नहीं सकते !
इन हाथियों की तरह ही हममें से बहुत से लोग केवल पहले मिली असफलता के कारण ही ये मान बैठते हैं कि अब हमसे ये काम कभी हो ही नहीं सकता। और दुबारा कभी प्रयास ही नहीं करते उस कार्य को करने के लिए, जबकि शायद दुबारा प्रयास से हम सफलता प्राप्त कर सकते है परन्तु हम अपनी ही बनायीं हुई मानसिक जंजीरों में जकड़े हुए पूरा जीवन बिना प्रयास के ही गुजार देते हैं।
हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि असफलता जीवन का एक हिस्सा है, और निरंतर प्रयास करने से ही सफलता मिलती है। इसलिए यदि आप भी किसी ऐसे बंधन में बंधें हैं जो आपको अपने सपने साकार करने से रोक रहा हो , तो उस जंजीर को तोड़ डालिए, और पुनः सफलता के प्रयास में लग जाइए क्योंकि इस बार आपके साथ आपका अनुभव भी होगा, और आप अवश्य सफल होंगे।
💭 कहानी से सीख (Kahani Se Seekh):
इन हाथियों की तरह ही हममें से कई लोग पहली असफलता के बाद हार मान लेते हैं।
हम अपनी ही मानसिक जंजीरों में बंध जाते हैं —
“मैं नहीं कर सकता”, “ये मेरे बस की बात नहीं”, “मैं हमेशा असफल रहता हूँ।”
लेकिन सच्चाई यह है कि
असफलता एक अनुभव है, अंत नहीं।
जो व्यक्ति दुबारा प्रयास करता है,
वह अपने पिछले अनुभव की ताकत से और भी मजबूत बन जाता है।
इसलिए, अगर कोई रस्सी —
चाहे वह डर की हो, असफलता की हो, या आत्मविश्वास की कमी की —
आपको बाँध रही हो,
तो उसे तोड़ डालिए
क्योंकि इस बार आपके पास सिर्फ ताकत ही नहीं, बल्कि अनुभव और विश्वास दोनों हैं।
प्रेरणादायक वाक्य:
“आपकी सबसे बड़ी जंजीर आपकी सोच है।
अगर आपने ठान लिया, तो कोई रस्सी आपको नहीं रोक सकती।”

