Hindi Kahaniyan लालच बुरी चीज है 

Hindi Kahaniyan लालच बुरी चीज है 

Hindi Kahani लालच बुरी चीज है 

एक गांव मेँ एक किसान रहता था। उसकी पत्नी बहुत लालची थी। वह हमेशा ज्यादा से ज्यादा पैसा और चीजें पाने की कोशिश में रहती थी।एक बार की बात है किसान और उसकी पत्नी सो रहे थे, उसी रात एक चोर उसके घर में घुसा।

किसान की पत्नी जाग गई। उसने सोचा कि चोर के पास और भी कई कीमती सामान होंगे। वह किसान से अधिक धनी होगा, इसलिए मुझे उसके साथ रहना चाहिए। ऐसा सोचकर किसान की पत्नी उसके (किसान) के घर से कीमती सामान और जेवर लेकर चोर के साथ भाग गई। वह बहुत खुश थी कि अब उसे चोर के सारे पैसे भी मिल जाएंगे।

वह चोर को लेकर एक नदी के किनारे पहुंच गई। रात होने के कारण नदी पार करने के लिए नाव नहीं थी।चोर ने उसे अपने कीमती कपड़े और गहने सौंपने के लिए कहा ताकि वह आराम से नदी को तैर कर पार कर सके। किसान की पत्नी ने सारा सामान चोर को दे दिया। चोर नदी पार कर गया। वह इस तरफ इंतजार कर रही थी कि चोर वापस आएगा और उसे भी नदी पार करने में मदद करेगा।

जब वह इंतजार कर रही थी, तभी एक सियार मुंह में मांस का टुकड़ा लेकर वहां आया। वह वहीं खाने बैठ गया। लेकिन अचानक उसका ध्यान एक बड़ी मछली की ओर गया, जो नदी के बिल्कुल किनारे पर आ गई थी। अपने मांस के टुकड़े को किनारे रखकर सियार मछली को खाने के लिए दौड़ पड़ा। उसने अपने पंजों से मछली पकड़ने की कोशिश की लेकिन मछली फिसल कर गहरे पानी में चली गई।

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सियार निराशा से उसे देखता रहा।तब उसे याद आया कि उसने अपना मांस का टुकड़ा किनारे पर ही छोड़ रखा है। जब वह वापस आया तो वह टुकड़ा भी नहीं था। दरअसल, जब उसने अपना मांस का टुकड़ा खाना शुरू किया तो पेड़ पर बैठे एक बाज ने उसे देख लिया था। जैसे ही सियार मांस के टुकड़े को छोड़कर नदी के पास मछली पकड़ने गया, बाज अपना भोजन यानि मांस का टुकड़ा लेकर वापस पेड़ पर चला गया।

सियार ने किसी के हंसने की आवाज सुनी तो आश्चर्य से देखा। किसान की पत्नी यह सब देख रही थी कि कैसे लालची होकर सियार ने मांस का टुकड़ा छोड़कर मछली की ओर दौड़ पड़ा और उसे हाथ में आये मांस के टुकड़े से भी हाथ धोना पड़ा। सियार ने पहले किसान की पत्नी को भी देखा था, लेकिन उसने अपने खाने के चक्कर में उस पर ध्यान नहीं दिया।

“तुम हंस क्यों रहे हो?” सियार ने पूछा”! तुम्हारे लालच पर हंस रहीं हूँ । तुम क्या मूर्ख हो, तुम्हारे पास पहले से ही मांस का एक बड़ा टुकड़ा था। यह तुम्हारा पेट अच्छी तरह से भर देता। लेकिन तुम इसे छोड़कर मछली पकड़ने के लिए चले गए। अब तुम्हारे पास न तो मांस का टुकड़ा है और न ही मछली। मछली पानी में चली गई और बाज तुम्हारा भोजन ले गया। तुम्हें कुछ नहीं मिला।” ,

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सियार ने किसान की पत्नी से कहा, “तो हम दोनों एक जैसे ही मूर्ख हैं। मुझे पता है कि तुम्हारे साथ क्या हुआ है। तुम मुझसे ज्यादा होशियार हो, लेकिन एक चोर के जाल में फंसकर तुमने अपने किसान पति का घर छोड़ दिया। अब वह चोर तुम्हारा सब कुछ लेकर भाग गया। और तुम यहाँ बैठकर उसकी प्रतीक्षा कर रही हो। तुम तो मुझसे भी बड़ी मूर्ख हो!”

किसान की पत्नी, सियार की बात सुनकर सन्न रह गयी क्योकि उसके पास सियार के सवाल का कोई जवाब नहीं था।

इसलिए लालच बहुत बुरी चीज है। कई बार अक्सर ऐसा होता है की ज्यादा के चक्कर में हम अपना बहुत कुछ गवां देते हैं। इसलिए लालच से हमेशा बचना चाहिए।

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