घमंडी हाथी और कुत्ते की कहानी Story of the Arrogant Elephant and the Dog

घमंडी हाथी और कुत्ते की कहानी Story of the Arrogant Elephant and the Dog

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव से सटे जंगल में एक विशालकाय हाथी रहता था। यह हाथी जंगल में अकेले रहता था और अपनी ताकत पर बहुत गर्व करता था। उसका मानना था कि वह सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली जानवर है, उसकी बराबरी कोई भी नहीं कर सकता।

घमंडी हाथी और कुत्ते की कहानी  Story of the Arrogant Elephant and the Dog

घमंडी हाथी और कुत्ते की कहानी Story of the Arrogant Elephant and the Dog

उसी गाँव में एक छोटा कुत्ता भी रहता था। कुत्ता दिखने में छोटा था, लेकिन वह बहुत ही चालाक और समझदार था। वह गाँव के लोगों के घरों में जाकर बच्चों के साथ खेलता और उन्हें खुश करता था। गाँव में सब उसे बहुत प्यार करते थे, क्योंकि वह सभी के साथ मित्रवत पेश आता था।

एक दिन हाथी और कुत्ते की मुलाकात हो गई। दोनों ने आपस में बातचीत की और जल्दी ही वे दोस्त बन गए। हाथी ने अपनी ताकत का बखान करते हुए कहा, “मैं जंगल का सबसे बड़ा और ताकतवर जानवर हूँ। कोई भी मुझसे टक्कर नहीं ले सकता।”

कुत्ते ने उसकी बात ध्यान से सुनी और मुस्कुराते हुए कहा, “हाथी भैया, यह सच है कि तुम बहुत बड़े और ताकतवर हो, लेकिन दुनिया में केवल ताकत ही सबकुछ नहीं होती। कभी-कभी छोटी-छोटी चीजें भी बड़ी मदद कर सकती हैं।”

हाथी ने हंसते हुए कहा, “तुम ठीक कहते हो, पर मैं जब भी किसी मुसीबत में फंसूँगा, तो अपनी ताकत से ही बाहर निकलूंगा। मुझे किसी की मदद की जरूरत नहीं पड़ेगी।”

कुत्ता गंभीरता से बोला, “देखो हाथी भैया, ताकत की अपनी जगह है, लेकिन प्यार और सहायता की भी बहुत अहमियत होती है। जब हम किसी की मदद करते हैं या किसी से मदद लेते हैं, तो वह हमें और भी मजबूत बनाता है।”

हाथी ने पहली बार इस बात पर ध्यान दिया और थोड़ी देर सोचता रहा। वह समझ गया कि कुत्ता सही कह रहा है। फिर उसने कहा, “तुम सही हो, दोस्त। शक्ति और ताकत तो ठीक हैं, लेकिन प्यार और सहायता भी जीवन का एक बड़ा हिस्सा हैं।”

कुछ समय बाद गाँव में एक उत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें सभी लोग अपने-अपने तरीके से हिस्सा ले रहे थे। कुत्ता बच्चों के साथ खेल रहा था और उन्हें हंसा रहा था। तभी हाथी भी वहाँ आ गया। उसने सोचा कि वह भी इस उत्सव में हिस्सा ले और लोगों को खुश करे।

हाथी ने बच्चों को उसकी पीठ पर बिठाकर सैर करवाई। बच्चों को बहुत मजा आया और वे जोर-जोर से हंसने लगे। हाथी को यह देखकर बहुत खुशी हुई कि उसकी वजह से सब खुश हैं। कुत्ते ने यह सब देखा और वह भी बहुत खुश हुआ।

कुत्ते ने हाथी से कहा, “देखा हाथी भैया, जब तुमने अपनी ताकत के साथ-साथ प्यार और मदद का भी इस्तेमाल किया, तो सभी को खुशी मिली। यही असली ताकत है।”

हाथी ने सिर हिलाकर सहमति जताई और कहा, “तुमने मुझे एक बहुत महत्वपूर्ण सबक सिखाया है, दोस्त। मैं अब समझ गया हूँ कि ताकत के साथ-साथ प्यार और सहायता भी जरूरी है।”

इस प्रकार, हाथी और कुत्ते की दोस्ती और भी गहरी हो गई। हाथी ने अब अपनी ताकत के साथ-साथ प्रेम और सहायता का भी महत्व समझ लिया था। वह अब गाँव के लोगों के साथ मिल-जुलकर रहने लगा और सभी उसकी प्रशंसा करने लगे।

कहानी से सीख – यह कहानी हमें सिखाती है कि केवल ताकत और शक्ति ही महत्वपूर्ण नहीं होती, बल्कि प्यार, सहायता और मित्रता का भी जीवन में बहुत बड़ा महत्व होता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here