सेठानी का कीमती हार Akbar Birbal ke Kisse
एक बार अकबर के राज्य में राज्य के नगर सेठ के यहाँ चोरी हो गयी। चोर ने नगर सेठ की पत्नी का सबसे कीमती हार चुरा लिया था। नगर सेठ घबराया हुआ अकबर के दरबार में आया। उसने चोरी की पूरी घटना के बारें में अकबर को बताया, और न्याय की गुहार करने लगा।
अकबर ने इस मामले को बिरबल कोसौंप और बोले बीरबल जल्द से जल्द कोई युक्ति लगाकर चोर को पकड़ने की कोशिश करो।
बीरबल ने नगर सेठ से पूछा कि क्या तुम्हें किसी पर शक है ? नगर सेठ ने अपने पांचों नौकरों में से किसी एक के होने की बात कही।
बीरबल ने सैनिकों से नगर सेठ के पांचों नौकरों को पकड़ कर कारागार में डालने का आदेश दिया। सैनिको ने बीरबल के आदेश के अनुसार पांचो नौकरों को पकड़ कर कारागार में डाल दिया।
बीरबल कारागार में उन नौकरो के पास गए और चोरी किसने की यह पूछने लगे। बीरबल के पूछने पर सबने एक एक कर चोरी करने से मना कर दिया।
इस पर बीरबल ने सैनिकों को आदेश दिया कि इन पांचों नौकरो को कारागार में अलग कमरे में डाल दिया जाये और सबको एक एक छड़ी मारकर उस छड़ी को उनके कमरें में रख दिया जाये। जिसने भी चोरी किया होगा उसकी छड़ी रात भर में दो अंगुल लम्बी हो जाएगी।
और इस प्रकार चोरी किसने किया इसका फैसला सुबह छड़ी को देखकर किया जायेगा। सैनिकों ने बिल्कुल वैसा ही किया।
रात बीत गयी। सुबह सैनिको ने पांचों छड़ियों को सभी कमरों से इकठ्ठा किया। एक कमरें की छड़ी दो अंगुल छोटी थी।उस नौकर को बीरबल के सामने पेश किया गया, जिसके कमरें की छड़ी छोटी थी।
उसे देखकर बीरबल ने कहा यही चोर है। उससे सख्ती से पूछताछ करने पर उसने कबूल किया कि नगर सेठ की पत्नी का हार उसने ही चोरी किया था।
आखिरकर बीरबल ने अपनी बुद्धिमानी से चोर को पकड़ ही लिया।
नगर सेठ ने पूछा की – बीरबल जी आपको कैसे पता चला कि चोर वही है। बीरबल ने कहा कि जब मैंने रात को पांचों के कमरे में एक छड़ी रखने के लिए कहा था, और उन्हें सुनने के लिए यह भी कहा था कि जो चोर होगा उसकी छड़ी दो अंगुल छोटी हो जाएगी।
बाकी चारों ने चोरी नहीं की थी इसलिए उन्होंने छड़ी को छुआ तक नहीं। परन्तु जो चोर था उसने सोचा कि चोरी तो उसने की है और शायद रात में उसकी छड़ी दो अंगुल बड़ी हो जाएगी। इसलिए उसने छड़ी को काटकर दो अंगुल छोटा कर दिया ताकि वह पकड़ा न जाये। और इस प्रकार वह पकड़ा गया।
Akbar Birbal ke Kisse
इसे पढ़ें-